रामकृष्ण मिशन आश्रम मोराबादी रांची के प्रांगण में प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन किया गया। इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का विषय एक पृथ्वी एक स्वास्थ्य के लिए योग रखा गया है। आश्रम परिसर में आज की इस महत्वपूर्ण दिन पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसका विषय वस्तु योग योगझारखंड व रोग मुक्त झारखंड हेतु हर आंगन योग रखा गया था। कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत मंत्रोचार के साथ दीप प्रज्वलित की गई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रभात खबर समाचार पत्र के कार्यकारी निदेशक श्री रंजीत दत्त शामिल हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता आश्रम के सचिव स्वामी भवेशानंदजी ने की। कार्यक्रम में आश्रम के साथ सचिव स्वामी अंतरानंद जी ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि योग का शाब्दिक अर्थ जोड़ होता है। इसका मतलब है कि योग हमें शारीरिक मानसिक व अधिक रूप से जोड़ता है। उन्होंने योग के संबंध में बताते हुए कहा कि योग विज्ञान पर आधारित एक सूक्ष्म चिकित्सा पद्धति है, जिसे हम सभी को अपने दैनिक जीवन में अपना कर रोग मुक्त होना है।
कार्यक्रम के वक्ता श्री आर आर पाणिग्रही, योग साधक ने अपनी संबोधन में कहा कि मस्तिष्क व मन से उत्पन्नहोने वाली समस्याओं का समाधान योग है। योग तनाव प्रबंधन का सफल उपाय है। उन्होंने आगंतुकों को मन की शांति के लिए योग करने की प्रेरणा दी। मुख्य अतिथि श्री रंजीत दत्त ने रामकृष्ण मिशन आश्रम द्वारा मानवता के विकास के लिए किए गए कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि हम सभी को अपने जीवन शैली में निरंतरता के साथ शामिल करना चाहिए। योग को आज दिन पर दिन बढ़ते हुए मानसिक तनाव को दूर करने का यह एकमात्र उपाय है। योग एक विज्ञान है एवं साथ ही जीवन जीने की कला का आधार है और सकारात्मक की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित करता है। आश्रम के सचिव स्वामी भवेशानन्दजी ने अपने अध्यक्षयाभाषण में कहा कि योग का मूल भाव जोड़ना है। स्वामी जी ने योग दिवस के मुख्य विषय पर प्रकाश डालते हुए वसुधैवकुटुंबकम की अर्थ को विस्तार से बताया। साथ ही उन्होंने स्वामी विवेकानंद जी के द्वारा प्रचलित श्लोक आत्माओं मोक्षार्थमजगत हितैचा को अपने जीवन में आत्मसात करने के लिए लोगों को प्रेरित किया। आज के कार्यक्रम की शुरुआत प्रातः 6:30 बजे योग संगम से की गई, जिसमें लगभग 2000 साधकों ने योग अभ्यास किया। आश्रम द्वारा योग युक्त झारखंड के स्वप्न को पूरा करने हेतु राज्य स्तरीय योग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था, जिसमें उत्तीर्ण हुए सभी प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। इसमें विवेकानंद केंद्रीय विद्यालय है हजारीबाग के प्रांजल को प्रथम पुरस्कार ₹10000 पारितोषिक राशि प्रदान की गई। दूसरे सत्र के कार्यक्रम में आश्रम, के वी के,RKMVERI के कर्मचारी गण, वैज्ञानिक गण सन्यासी गण सहित 290 लोग शामिल हुए।








