दिव्ययान कृषि विज्ञान केंद्र, रामकृष्ण मिशन आश्रम, मोराबादी में आर्मी जवानों के लिए आयोजित विशेष प्री-रिटायरमेंट प्रशिक्षण कार्यक्रम का आज सफल समापन हुआ। यह निःशुल्क प्रशिक्षण डीजीआर (Director General of Resettlement) के सहयोग से 21 जुलाई से 19 सितम्बर तक चला, जिसमें कुल 37 जवानों ने सक्रिय भागीदारी की।
करीब दो माह चले इस प्रशिक्षण में जवानों को मुर्गी पालन, गोपालन और बकरी पालन जैसे रोजगारपरक विषयों की गहन जानकारी दी गई। प्रशिक्षण को और समृद्ध बनाने के लिए बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों द्वारा विशेष व्याख्यान, पशुपालन विभाग के वेटेनरी डॉक्टरों तथा चारे पर विशेषज्ञ डॉ. मनोज कुमार सिंह सहित विभिन्न विषय विशेषज्ञों को आमंत्रित किया गया।
सिर्फ सैद्धांतिक नहीं, बल्कि व्यावहारिक पहलू पर भी विशेष जोर दिया गया। प्रतिभागियों को जिले के विभिन्न फॉर्म, बिरसा कृषि विश्वविद्यालय की प्रयोगशालाओं एवं मेधा दुग्ध उत्पादन इकाई का भ्रमण कराया गया।
समापन सत्र में ब्रिगेडियर निरंजन कुमार (रिटायर्ड), निदेशक सैनिक कल्याण निदेशालय, रांची मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने जवानों को रिटायरमेंट से पूर्व और पश्चात् उपलब्ध रोजगार अवसरों पर विस्तार से मार्गदर्शन दिया। इस अवसर पर स्वामी अंतरानंद महाराज, असिस्टेंट सेक्रेटरी, रामकृष्ण मिशन आश्रम, डॉ. एस.के. पाल, एसोसिएट डीन, डॉ. अजीत कुमार सिंह, सीनियर साइंटिस्ट एवं हेड ने अपने विचार साझा किए।
कार्यक्रम को सफल एवं अनुशासित ढंग से प्रशिक्षण और संचालन करने की जिम्मेदारी डॉ. भरत महतो ने बखूबी निभाई। उनके समन्वय एवं मार्गदर्शन से यह प्रशिक्षण और भी प्रभावशाली बन सका।
जवानों ने अनुभव साझा करते हुए कहा कि इस प्रशिक्षण ने उन्हें आत्मनिर्भरता और रोजगारोन्मुख जीवन की नई दिशा दी है।
