दिव्यायन कृषि विज्ञान केंद्र, रामकृष्ण मिशन आश्रम, मोराबादी, रांची द्वारा जन-जातीय गौरव पखवाड़ा पर दिनांक 1 नवम्बर से 15 नवम्बर 2025 तक विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन किया गया। भगवान् बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर 3 नवम्बर से 4 नवम्बर 2025 तक मधु उत्पादन, संवर्धन एवं बाज़ार व्यवस्था पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि डॉ. ए. के. सिंह ने जनजातीय किसानों के उत्थान हेतु सब्जियों की संरक्षित कृषि तकनीकि एवं मधुमक्खी पालन पर जानकारी दी।
इस अवसर पर ईफको रांची द्वारा राज्य के विभिन्न जिलों के कुल 40 किसानों का दो दिवसीय कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन तथा परिसर भ्रमण किया गया। कृषि विज्ञान केंद्र रांची द्वारा बुडम् प्रखंड के चैनगड़ा में जनजातीय गौरव पखवाड़ा एवं प्रथम पंक्ति प्रत्यक्षण के अंतर्गत मूंगफली (के.-1812) किस्म पर प्रक्षेत्र दिवस का भी आयोजन किया गया। 10 नवम्बर 2025 को अनगडा के सीताडीह ग्राम में जनजातीय गौरव पखवाड़ा के अवसर पर युवा सम्मलेन का आयोजन किया गया। जिसमें स्थानीय स्कूल के बच्चे एवं अन्य युवा प्रतिभागियों को स्वामी विवेकनन्द एवं अगवन बिरसा मुंडा के पथ पर चलने का आह्वान किया। इस पखवाड़ा में आर. के. एम्. वे.री. विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों एवं ग्रामीण किसानों के बीच बिरसा मुंडा की जीवनी एवं आदिवासियों की विरासत एवं संस्कृति की रक्षा करने पर विस्तृत जानकारी दी गयी।
इस कार्यक्रम में लगभग 500 किसानों एवं 200 विद्यार्थियों के बीच कई कार्यक्रम किये गए। आश्रम के सचिव महाराज ने युवाओं को भगवन बिरसा मुंडा के पथ पर चलने का आहवान किया। दिव्यायन कृषि विज्ञान केंद्र के वरीय वैज्ञानिक डॉ. अजीत कुमार सिंह एवं अन्य वैज्ञानिकों ने भी अपने बहुमूल्य विचार प्रतिभागियों को दी।
15. नवम्बर 2025 को आर. के. एम्. वे.री. विश्वविद्यालय दुबारा भी जनजातीय गौरव पखवाड़ा का आयोजन वृहत पैमाने पर की जाती जा रही है।

