आज दिनांक 5 मई 2025 को रांची के मोराबादी स्थित दिव्यायन कृषि विज्ञान केंद्र में राज्य के 23 के. वी. के. के वरीय वैज्ञानिकों का दो दिवसीय वार्षिक कार्य योजना पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुजात अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन एवं वैदिक मंत्रोच्चार के साथ किया गया। इस अवसर पर आई.सी.ए.आर. अटारी जोन-चार के निदेशक डॉ. अंजनी कुमार, प्रधान वैज्ञानिक डॉ. अमरेन्द्र सिंह, डॉ. डी. वी. सिंह, डॉ. मोनोबुल्लाह, डॉ. जगन्नाथ उरांव, प्रसार निदेशक बी.ए.यू. रांची; स्वामी अवेशानंद, सचिव, रामकृष्ण मिशन आश्रम, मोराबादी, रांची एवं सभी 23 कृषि विज्ञान केंद्र के वरीय वैज्ञानिक उपस्थित थे। सभी गणमान्य अतिथियों का स्वागत अंगवस्त्र एवं पुष्प गुच्छ देकर किया गया। इस अवसर पर दिव्यायन कृषि विज्ञान केंद्र, मोराबादी, रांधी परिसर में आई.सी.ए.आर. अटारी जोन-चार के सहयोग से मिलेट प्रसंस्करण यूनिट का विधिवत उदघाटन निदेशक डॉ. अंजनी कुमार, स्वामी भवेशानंद एवं अन्य अतिथियों के द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
कार्यशाला में डॉ. अंजनी कुमार ने सभी प्रतिभागियों को वार्षिक कार्य योजना सम्बंधित उचित तकनीक मार्गदर्शन दी। इन्होंने कृषि विज्ञान केंद्र के माध्यम से प्राकृतिक खेती पर के. वी. के. एवं प्रगितिशील किसानों के बीच 4 प्रत्यक्षण करने, प्री. खरीफ जलवायु अनुकूल कृषि पर जागरुकता कार्यक्रम एवं वार्षिक रिपोर्ट को एएएमएस पोर्टल पर अपलोड करने सम्बंधित निर्देश दिया।
डॉ डी. वी. सिंह प्रधान वैज्ञानिक, अटारी जोन-चार ने किसानों की समस्याओं से सम्बंधित उपयुक्त आनफार्म टेस्टिंग और फ्रंटलाइन प्रदर्शन पर ध्यान केन्द्रित किया।
इस कार्यक्रम में आई.सी.ए.आर., नई दिल्ली के डी.डी.जी. (प्रसार) ने सभी वैज्ञानिकों को आनलाइन दिशा निर्देश दिया।
इस अवसर पर दिव्यायन